गुरुवार, 6 अप्रैल 2023

सुंदर अक्षर एक सुंदर आभूषण

सर क्लास में आए। उन्होंने निबंध लेखन प्रतियोगिता के परिणाम की घोषणा की और कहा, "मुझे अनीता और सुरेश का निबंध बहुत पसंद आया। मुझे समझ नहीं  आ रहा था कि किसका निबंध चुनूं। दोनों निबंधों की सामग्री विचारोत्तेजक और आत्मनिरीक्षण करने वाली है; लेकिन फिर भी मुझे सुरेश का निबंध चुनना पडा, क्यों की सुरेश का पढ़ने योग्य, घुमावदार अक्षर और शुद्ध, दोषरहित लेखन।'

हर अक्षर का अलग मोड़ होता है। कुछ लोगों के अक्षर टपोरे, वाटोले और बक्दार होते हैं। अक्षरों में एकरूपता होती है। दो अक्षरों के बीच, दो शब्दों के बीच की दूरी समान होती है। अक्षरों का आकार सही होता है। लिखावट साफ सुथरी होती है। ऐसे लेखन, अक्षरों ने एक सौंदर्य प्राप्त कर लिया होता है, तो कुछ की लिखावट बहुत ही खराब होती है। यह पढ़ने योग्य नहीं होता।  हाथी के पैर को चींटी पर लगाने पर जैसे दिखाई देता है, वैसे अक्षर दिखते हैं। क्या कोई ऐसा अक्षर पढ़ना चाहेगा? उन अशुद्ध अक्षर, शब्द और लेखों को पढ़ना आँखों को थका देने वाला और तनाव देने वाला होता है। 

सुन्दर अक्षर को 'गहना' माना जाता है। कहा जाता है कि अक्षर से व्यक्ति के अधिकांश स्वभाव को समझा जा सकता है।  स्वच्छ, सुंदर और घुमावदार अक्षर, लिपि का बहुत महत्व है। स्कूल-कॉलेज से लेकर कार्यस्थल तक खूबसूरत हैंडराइटिंग बहुत काम आती है। आपकी लिखावट सुंदर होने के बावजूद स्कूल-कॉलेज की परीक्षा के पेपर परीक्षक आपकी लिखावट के बल पर अच्छे अंक देते हैं। भले ही पेपर में उत्तर कम हो या 100% सही न हो, आप अपनी सुंदर लिखावट से खुद को पेपर परीक्षा में स्कोर करने के लिए मजबूर कर सकते हैं। ऐसी शक्ति सुंदर अक्षरों में निहित है। हालाँकि आजकल लिखने के लिए कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है, लेकिन अच्छे लेखन का महत्व कभी कम नहीं होगा। कंप्यूटर पर विभिन्न प्रकार के फोंट का उपयोग किया जाता है। 

लिखावट सुधारने के लिए तरह-तरह के प्रयास किए जाते हैं, कक्षाएं होती हैं। लेकिन फिर भी सबकी लिखने की शैली अलग होती है। जैसे कोई भी दो चेहरे एक जैसे नहीं होते, वैसे ही कोई भी दो हस्तलेख बिल्कुल एक जैसे नहीं होते। आपके कलम पकड़ने के तरीके से सब कुछ अलग है। हमारा व्यक्तित्व हमारी लिखावट से झलकता है और उसके लिए ग्राफोलॉजी, जैसे विशेष पाठ्यक्रम हैं। लिखावट विशेषज्ञ होते हैं। सुलेख लिखावट की कला मतलब 'कॅलिग्राफी' । इसी तरह कैलीग्राफी की कला के जरिए भी करियर के कई रास्ते उपलब्ध हैं। कैलीग्राफी जैसी कला में हमें अक्षरों का बेहतरीन अविष्कार देखने को मिलता है और अक्षर अधिक वाक्पटु हो जाते हैं। 

हाथ से लिखने से रचनात्मकता बढ़ती है, समझ बढ़ाता है, लिखते समय हमारा दिमाग पूरी तरह व्यस्त रहता है। समस्या समाधान कौशल प्राप्त करता है, लेखन अभ्यास परीक्षा में उपयोगी है। परीक्षा में आपको केवल तीन घंटे में 100 अंकों का पेपर हल करना होता है। इसलिए अगर हम लिखने में अच्छे हैं, तो हम तीन घंटे में 100 अंकों का पेपर आसानी से कवर कर सकते हैं। 

हमारा पढ़ने योग्य, घुमावदार अक्षर और शुद्ध, दोषरहित लेखन होना चाहीए। इतने सुंदर अक्षर का उपहार पाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है। सुंदर अक्षर बनाने में बहुत मेहनत लगती है। बिना थके या ऊबे, दैनिक अभ्यास से अक्षरों को उचित शक्ति प्राप्त होती है। अक्षर घुमावदार  हो जाते हैं और फिर धीरे-धीरे मोती जैसे सुंदर अक्षर कागज पर दिखने लगते हैं। अक्षर को खराब न करने के लिए, कभी भी अक्षरों पर आंख मूंदकर न चलें। सुंदर अक्षर एक सुंदर आभूषण होता है।  “मैं इस रत्न को हमेशा अपने पास रखूँगा।' सभी को यह संकल्प लेना चाहिए। -मच्छिंद्र ऐनापुरे, जत जि. सांगली 

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