शुक्रवार, 31 अगस्त 2018

पालतू जानवरों की परवाह कैसे करें


     पालतू जानवर घर में रहता है,तो घर का वातावरण बदल जाता है। यह मुका सोबती अपने भावविश्व में जगह मिलाता है। इसलिए अनेक घरों में जानवर पालने के लिए प्राथमिकता दी जाती है। किंतु अभी पालतू जानवर खरिदने के बजाय दत्तक लेने का ट्रेंड दिखाई देता है। लेकिन इस जानवरों की विशेष निगा रखनी होती है। प्राणीमित्र संस्थाएं जानवर दत्तक लेने के प्रक्रिये को समर्थन दे रहे हैं। पालतू जानवर दत्तक लेने पर उसकी निगाह कैसे रखें, इसके बारे में जानकारी होनी चाहिए।

1)   जानवर दत्तक लेने तुरंत बाद उसकी संपूर्ण चिकित्सा करनी चाहिए। उसकी हेल्थ हिस्टरी जान लेने के बाद उसे टीकाकरण करना आवश्यक है। इसके लिए उन्हें पेट ग्रुमिंग सेंटर ले जाना चाहिए। यह करने से उसे नये घर में असुविधा नही होगी।
2)   उसे घर में लाने के बाद जानवर का हर रोज कसरत होता है या नहीं, यह देखना चाहिए। कुत्ता हो तो, उसे रोज घुमने ले जाना चाहिए। नहीं तो वे नये घर में मोटे हो जाते हैं।
3)   जानवर दत्तक लेने बाद उसका घर के मालक से सूर मिलना चाहिए। दोन्हों की केमेस्ट्री मिलनी चाहिए। इसके लिए जानवर को पुरा वक्त मिलना चाहिए, इसकी खबरदारी लेनी चाहिए। पहले पहले जानवर को खिलाना चाहिए। उसे घमने के लेने ले जाना चाहिए। उसे प्यार से बोलना चाहिए। यह महत्त्वपूर्ण चिजें हैं।
4)   नये घर में उसका आगमन होने के बाद उसे स्थीर होने के लिए समय देना चाहिए। उसका पीठ थपथपाए। ऐसा करने से घर के वातावरण में जल्दीही वे रममाण हो जाते हैं।
5)   उसका अति लाड प्यार ना करें। उसे अनुशासन में रखें।

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